skip to main | skip to sidebar

नास्तिक की डायरी

मेरे मॊहल्ले के सभी लोग उसे नास्तिक कहते हॆ.बडा अजीब शख्स हॆ,जब भी मॊह्ल्ले में कोई धार्मिक आयोजन होता हॆ,यदि गलती से उसके पास आर्थिक-सहयोग लेने चले जाओ,तो भाषण देना शुरु कर देगा,लेकिन धर्म के नाम पर फूटी कोडी नहीं देगा.उसकी एक डायरी हमारे हाथ लगी हॆ. डायरी के कुछ पन्ने आपके सम्मुख प्रस्तुत हॆं:-

बुधवार, 2 मार्च 2011

ब्लॉगनामा

ब्लॉगनामा
Posted by विनोद पाराशर at 6:11 am कोई टिप्पणी नहीं:
नई पोस्ट पुराने पोस्ट मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें संदेश (Atom)
अपना ब्लॉग
Follow this blog

कश्मीर से कन्याकुमारी

Read in your own script

Roman(Eng) ગુજરાતી বংলা ଓଡ଼ିଆ ਗੁਰਮੁਖੀ తెలుగు தமிழ் ಕನ್ನಡ മലയാളം हिन्दी
Via chitthajagat.in

मेरे बारे में

विनोद पाराशर
मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें

शीर्षक

  • ▼  2011 (1)
    • ▼  मार्च (1)
      • ब्लॉगनामा
  • ►  2007 (2)
    • ►  अक्टूबर (2)

चिट्ठा-चॊपाल

चिट्ठाजगत NARAD:Hindi Blog Aggregator
www.blogvani.com - Hindi blogs aggregator
www.blogvani.com - Hindi blogs aggregator